राज्य सरकार ने साबित कर दिखाया है आंकड़े और परिणाम गोधनिया योजना की सफलता को स्पष्ट रूप से बता रहे हैं जिसकी चर्चा देशभर में हो रही है और इसके परिणाम को देखते हुए अब राज्य सरकार की गोधनिया योजना को अपनाने वाली है कभी किसी ने सोचा नहीं होगा कि गोबर तेरी पैसे कमाया जा सकता है पर गोदनवा योजना की क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने साबित कर दिखाया है.
किसानों में नहीं जागरूकता आई
मुख्यमंत्री बघेल ने गोपालक किसानों को अधिक से अधिक प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप अपने गांव की गोठा में जो प्रदान करेंगे उसी गांव के पशुओं के लिए चारे का बेहतर इंतजाम हो जाएगा साथ ही जैविक खाद ही बनाया जा सकेगा पैरादान का फायदा पूरे गांव को होगा और इससे गांव का वातावरण भी शुद्ध रहेगा मुझे इस बात की खुशी है कि छत्तीसगढ़ के किसानों ने पैरादान को लेकर भी जागरूकता आ गई है.
पशुपालक को गोबर का भुगतान कैसे होता है.
गोधनिया योजना के अंतर्गत गोबर खरीदने खरीदे जाने में अब तक गोबर विक्रेता पशुओं पालक ग्रामीणों को ₹180 का भुगतान किया 20 नवंबर को 5 करोड़ रुपए का भुगतान उसके बाद यह आंकड़ा 180 करोड रुपए हो गया इसी तरह उठान समिति और महिला का महिला समूह को लाभांश के रूप में ₹165 की राशि का भुगतान मिला इस नंबर को ढाई करोड़ से बढ़कर डेढ़ करोड़ रुपए हो